लिखकर रोज़ न जाने हम, कितने अल्फ़ाज़ मिटाते हैं......... समझ नहीं आता कैसे कहें, कितना तुमको हम चाहते हैं....... कोई पूछे हमसे दुख की वजह, अक्सर हम चुप हो जाते हैं........ सुकून क्या है कोई पूछे तो, महज़ नाम तुम्हारा बताते है....... ©Poet Maddy लिखकर रोज़ न जाने हम, कितने अल्फ़ाज़ मिटाते हैं......... #Everyday#Write#Alphabets#Rub#Love#Reason#Sorrow#Silent#Peace#Name..........