گراں نہیں ہے تِرا چھوڑنا بَجُز اِس کے لگا کے تُہمَت و الزام ہم کو چھوڑا ہے شفیق خلش गिरां नहीं है तेरा छोड़ना बा-जुज़ इस के लगा के "तोहमत व इल्जाम" हम को छोड़ा है शफीक खलिश #UrduPoetry #Sad #Blame #ShafiqKhalishPoetry