तेरे दिल की धड़कनो ने यहाँ तक मुझे बुलाया है तेरे इस कदर की यादो ने मुझसे सबको भुलाया है न जाने नभ कैसे सह जाते धरा की फासला तेरी पल भर की जुदाई ने मुझे दिन भर रुलाया है कवि अभिषेक आर्य 9934269560 ##judai_sad_shayri~#abhishekarya