सुनो मेरे इस अकेलेपन से एतराज़ करो क्योंकि और गेहरी तन्हाइयों मे धकेल दिया हैं तुमने मुझे अब तो सामने हुँ तुम्हारे जो फिर भी ना पढ़ सकते हो मेरी आंखो की नमी तो अब समझने और समझाने में रखा ही क्या है। ©शताक्षी #loneliness #loveloneliness #escriptor_trodde #feelingstowords #noonecares