काँच सा दिल काँच सा दिल है मेरा नक़ाब पहन के मत आना जब भी आओगे मेरे सामने दिल के आईना में तुम खुद से बेनक़ाब हो जाएगा पत्थर ही बन कर आना तो हीरा बन कर आना जो भी खामियां है मुझ में सब कुछ तुम तराश देना काँच सा दिल है मेरा नक़ाब पहन के मत आना - Ram N Mandal Kanch sa dil hai mera Naqab pahan ke mat aana Jab bhi aaoge mere samane Dil ke aainaa me tum Khud se benaqab ho jayega Patthar hi ban kar aana To hira ban kar aana