स्त्री तू है जननी शिव-शक्ति ऋषि मुनि वंदित शीतलता विनय पूर्ण भक्ति में सेवाभाव विभोर प्रेम प्रीत का अमरत्व वचन गृह की ज्योति लक्ष्मी स्वरूपा रुप हठी सावित्री पतिव्रता मूरत सरस्वती रूपा विद्या ज्ञान-धन पूर्णा वैभव ऐश्वर्य दिव्यता अर्धांगिनी अन्नपूर्णा शत शत नमन तेरा हर रूप तू शक्ति स्वरूपा कोरा काग़ज़ जन्मदिन महाप्रतियोगिता चौथा चरण:- त्रिभुजाकार कविता शीर्षक:-स्त्री #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #kkजन्मदिन #kkजन्मदिन_4 #kkhbd2022 #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ Pic credit:- google images