कई चेहरों में एक चेहरा ढूंढता हूं, इस भीड़ में कोई अपना ढूंढता हूं, सवाल करूं किससे के खामोशियां बोलती नहीं, हाथ थामे कैसे के परछाइयां है पर जिस्म नहीं । #srkrtalk #srkrtalk #परछाइयां #yourqoute #nojoto