विलक्षण नज़रों का हुआ एहसास, यूं नजरें का हम पर इनायत होना, हवाएं का मध्म स्पर्श, महसूस कराएं आपके होने का, यह बदला मौसम का मिजाज यूं ही नहीं!..... #नज़रे करम #सितम वाबस्ता**रिश्ता🌹🌹😊🙏🏻 #YourQuoteAndMine Collaborating with Anant Bijay