।।श्रृंगार।। यू सताओ ना हमको, तुम्हें चुम लेंगें । नजर जो बचाओगे, नजर चूम लेंगे। आई है रात जो प्रीत के मिलन की जुल्फें खोल दोगी, तो जिगर चूम लेंगे । शरारत कोई अब... हमसे ना करना इधर चूम लेंगें , उधर चूम लेंगे । अब जिस्म और रूह में दूरी रहे ना आज हम तेरी धड़कन चूम लेंगे । ।।श्रृंगार।। यू सताओ ना हमको, तुम्हें चुम लेंगें । नजर जो बचाओगे, नजर चूम लेंगे। आई है रात जो प्रीत के मिलन की जुल्फें खोल दोगी, तो जिगर चूम लेंगे ।