ज़रा सा क्या बहका पहली बार वाह रे मयखाने के लिए भी खराब हो गया, सम्भल के पीने वालों कि दुनियाँ मे किस्सा लाजवाब हो गया। क्या बोलूं नकली सूफी नहीं, पीता हूँ ढूंढने अपने आप को अपने आप से मैं, जाओ पैमाने से पूछो किसने क्या मिलाया, क्यूँ पहली बार पीकर शराब मैं खुद शराब हो गया। #shaayavita #sharaab #aawaarapan #paimaane