काफ़ी पहले एक पोस्ट पढ़ी जो ख़ासकर लड़कियो को संबोधित करते हुए थी "ब्रेकअप के बाद कैसे रहे..हम ब्रेकअप के बाद और ज़्यादा खुश रहेंगे, और ज़्यादा फ़ैशन से रहेंगे, पहले से ज़्यादा घूमेंगे, अच्छे कपड़े पहनेंगे, एक्सरसाइज़ करेंगे, और ज़्यादा मस्ती करेंगे वगैरह वगैरह.. मुझे सैफ़ अली खान की फिल्म 'लव आज कल' की याद आ गई। दीपिका पादुकोण से बाकायदा हंसी खुशी ब्रेकअप होता है। इस तरह के ब्रेकअप का भी कोई नाम होता है फ़िलहाल याद नही आ रहा। सैफ़ नया- नया आफिस ज्वाइन करता हैं। पहले से ज़्यादा खुश रहता है। वीडियो गेम खेलता है, अच्छे से तैयार होकर आफिस जाने वाली बस दौड़कर पकड़ता है बस में सभी लोगों से हाय हैल्लो करता है। आफिस में खुश रहता है। क्लब जाता है। लेकिन यह प्रायोजित ड्रामा ज़्यादा दिन नहीं चलता। वीडियो गेम में झुंझलाहट होने लगती है। सर झुकाकर बस पर चढ़ जाता है। आफिस में बेमन से काम करने लगता है। घर आकर चुपचाप बैठ जाता है। कुल मिलाकर उसे दीपिका की तगड़ी वाली याद आने लगती है। तगड़ी वाली याद तो आप समझते ही होंगे, जिसमे मर्द भी फूट फूट कर रोता है। कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि हर चीज़ प्लानिंग से नहीं चलती। कितना भी टारगेट सेट करो, किसी रात तो आँख से सब टारगेट पानी की तरह बह जाना है, दोस्त कुछ दिन ही दिल को बहला सकते हो, कौन नहीं चाहता ब्रेकअप के बाद खुश रहे लेकिन दिल से मजबूर होता है। #girlsdiary #girlsrelation #girlslove #girliyapa #girlsbreakup #brokenangels #faiq ❤️🙏