इन आँसूओं की ज़िद तो देखो,, बरसात से शर्त लगाए बैठे हैं,,,, किसी और का होते देख,,, फिर भी,,,,वो लौटकर आएगी यह आस लगाए बैठे हैं,,,।। हलीमा✍ #For #majnu #lvrz