जब देश के मान बढ़ी तबहीं, तोहरो कछु मान बढ़ी जग में। जब काँट के बाढ़ हटा देहब, तब फूल बिछी तोहरो मग में। डरिहें सब शत्रु तबे तोहसे, भुज में बल, शक्ति रही पग में, तब जंग में जीत मिली तोहके,जब शोणित गर्म रही रग में।। -- भूषण-- #NojotoQuote