खबरों की खबर - 14 विकास की जब की तलाश, लकड़ी मांगती दिखी लाश ! ऐसा विकास किस काम का, मानवता का करे सत्यानाश !! जनहित जिंदा जलाते हैं, झूठ परोसते जाते हैं ! सवाल करों जब भी सीधे, जवाब उल्टे ही आते हैं !! सब कुछ खरीद लिया जाता, जो न बिका वो जी ना पाता ! या चल बसता वक्त से पहले, या मरणासन्न जीवन जुटाता !! जासूसी हुई पर्दाफाश, सब दिखा साफ साफ ! कबूल करन से बच रहे, कैसे मिल पाये इन्साफ ? बना रहे सबका विश्वास, झूठ नहीं आ रहा रास ! लोकतंत्र मे मालिक है जन, मिट न पाये ये अहसास !! - आवेश हिन्दुस्तानी 21.07.2021 ©Ashok Mangal #KhabronKiKhabar #AaveshVaani #PegasusProject #Pegasus