अकहे भावों को भी, निशब्द ही कह जाती हो, शब्द जब छूती हो ना, नए अर्थ , दे जाती हो, प्रश्न पूछती हो मुस्कुराती हो... उतर को आने का प्रोत्साहन, स्वत: प्रश्न को दे जाती हो। पवित्र स्नेह की तुम थाती हो, स्नेह दीप की तुम बाती हो, भावनाओं का स्पंदन हो, जीवन का तुम अभिनंदन हो प्रार्थना का मधुर स्वर हो, ईश्वर का श्रेष्ठ वंदन हो🙏🙏 मां का हृदय लिए हुए हो, स्नेह सुधा पल पल बरसाती , स्नेह दीप प्रज्ज्वलित होते 🪔🪔🪔🪔 जिस राह से गुज़र जाती हो।। Hii writers 😊 Good morning Collab with this beautiful bg #eb_morning #earlybirdz #YourQuoteAndMine Collaborating with Early Bird अकहे भावों को भी, निशब्द ही कह जाती हो,