हाँ माँ मैं बिलकुल ठीक हूँ दिल का सुकून, दरिया से निकल कर समुन्दर को हूँ शब्दों में मीठापन से कोसो दूर खड़ापन में अब तल्लीन हूँ, पर विशाल हूँ हाँ माँ , मैं बिलकुल ठीक हूँ तरक्की कर रहा हूँ, अब हर संवाद परिपक्व हूँ सजल नयन से, लहरें विशाल हूँ किनारे को समग्र, अवस्था अनायास हूँ टकराता हूँ पर्वतों से, अब सुनामी प्रयास हूँ हाँ माँ अब मैं बिलकुल ठीक हूँ।। वो जो चिल्लाते थे ना, की शांति भंग है राष्ट्र चेतना कहीं, तहस नहस है सैनिक व्याभिचारी है, मैं अब वो अनन्त वेदना हूँ अब युद्ध के शंखनाद सा मैं ओज प्रखर हूँ हाँ माँ अब मैं बिलकुल ठीक हूँ।। अब जज्बात से मैं हर संभव खुदगर्ज हूँ लड़ता हूँ , अंदर और बाहर के शत्रुओं से मैं व्यथा विशाल और संयुक्त सैन्य बल हूँ अमिट चेतना, उर्वर सोच और अथक प्रयास हूँ हाँ माँ अब मैं बिलकुल ठीक हूँ भास्कर #kavishala #hindi #soldierslettertohismom #emotion #weasanation