आंखे बता देती है मेहनत की कहानी पूरी थकान कैसे पूरी करू राते जो मैने गवाइ पूरी अब सूरज से भी पहले जागने लगा हूं अब किताबो से बातें करने लगा हूं कोन सुनेगा मुझे यू पूरी की पूरी इसलिए तो अब चुप चाप रहने लगा हूं नसा मुझे वर्दी का है मिट्टी की खुशबू का है होगा किसी के लिए सवेरा नीला नीला सा मगर मेरा सवेरा खाखी रंग का है #JPSC# ©R.k writes #achievement