इतना भी क्या मिसमार होना तखय्यूल में, हम भी आज़ार से गुज़रे हैं उनके हर एक गाम पर, हर मुराद पूरी होना रिवायत तोह नहीं, फुरकत से हर बार तबस्सुम मयस्सर नहीं होती। मिस्मार=demolish तखय्यूल=imagination आजार=suffering गाम=footsteps मुराद=wish रिवायत=tradition फुरकत=separation तबस्सुम=smile मयस्सर=accessible #yqhindiurdu #urdu #yqbaba #collabwithme #urdupoetry #yqbhaijan #phalak_meena #phalak_writes