मंजिल नहीं हूं उसकी, मैं तो सफर सफर हूं, हूं रास्ते में उसके, भूला हुआ शहर हूं। हर किसी के ज़ेहन में बसा हुआ होता है, एक भूला हुआ शहर... #nitinkrharit #हरित_वाणी #भूलाहुआशहर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi