कुछ नहीं !! हां, कुछ नहीं!! 🙏🏻 कुछ नहीं है पुरुष में जो स्त्री को देख-कह-सुन नहीं, छूने को जगे.. कुछ नहीं है पुरुष में जो स्त्री के वजहों-वजन में निहित, वहम सा लगे..