तन्हाई के आलम में अकसर यूँ सोचा करते हैं। मेहबूब न सही कोई रफ़ीक़ ही नसीब होता।। -siya rafeek=dost #ishq #Love #hindipoetry #Nojoto #nojotohindi #Emotion #rafeek #siyaaa