ना जाने कहां आ गए हैं हम, ख़ुद से दूर हो गए हैं। बेगाने हो गए हैं आज अपने, इतना मजबूर हो गए हैं हम।। मंज़िल की चाहत में अक्सर... इस पंक्ति को अपने अंदाज़ से पूरा करें। #मंज़िल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #दूरियां_मजबूरियां #shalinimaurya