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|| माँ || वो दूर गया है परसों से माँ सोई नहीं है

 || माँ || 

वो दूर गया है परसों से माँ सोई नहीं है बरसों से
माँ की आँखों से ही तो घर-घर में उजाला है।
ए वक्त,ए हवा,ए फिज़ा जरा संभल मुझे कम न समझ
हर वक्त मेरे साथ मेरी माँ का साया है।
मुझे खौफ नहींअब किसी बदी का
मेरे माथे पर माँ ने काला टीका जो लगाया है।
 || माँ || 

वो दूर गया है परसों से माँ सोई नहीं है बरसों से
माँ की आँखों से ही तो घर-घर में उजाला है।
ए वक्त,ए हवा,ए फिज़ा जरा संभल मुझे कम न समझ
हर वक्त मेरे साथ मेरी माँ का साया है।
मुझे खौफ नहींअब किसी बदी का
मेरे माथे पर माँ ने काला टीका जो लगाया है।
parulsharma3727

Parul Sharma

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