जात-पात में क्या रखा है दिल से नाता जोड़ो ना कब तक दूरी बनाएं रहोगे कभी पास आकर महसूस करो ना दुर्गा मां की चुनरी सलीम चाचा सिलते हैं हल्दीराम की सेवइयां ईद पे धूम मचाती है फिर आपस में बैर क्यूं इस बात पे चर्चा करो ना छुआछूत एक मानसिक बीमारी है बस इससे निजात दिलाओ ना पूर्वजों की गलतियों का कब तक सज़ा दिलाओ गे हम भी इसी वतन के हैं हमको भी साथ बैठाओ ना ऊंच-नीच में क्या रखा है बस एक बार गले लगाओ ना गंगा में वज़ू करके नमाज़ तो हम भी पढ़ते हैं गंगा में डुबकी लगाकर सब अपने पाप धुलते हैं बिस्मिल्लाह खान की शहनाई को कौन भूल पाएगा बाबा साहब के वंशजों को अपने साथ बैठाओ ना! जात-पात में क्या रखा है दिल से नाता जोड़ो ना ©MM Mumtaz #Jaati #mazhab #Bhaichara #Mylanguage #ApnaDesh #ThreeMagicalWord #love4life #dailymotivation