वो बेख़बर है इस बात से कि उनकी कोई ख़बर नहीं उन्हें कौन समझाए, कि हम और वो अलग ही नहीं वो होने जा रहे किसी और के दिल को यकीन नहीं दिल डूब चुका गम के सागर में दिल को यकीन नहीं इस दिल से धड़कन व जिस्म से सांसे अलग हो रही जुदाई में उनकी, इंसान से आज जिंदा लाश हो रही स्वार्थ से परे मेरा प्यार, तन- मन तुझ पर वार दिया खुश रहें तू उम्र भर सोच खुद को तुमसे जुदा किया होली के हमजोली 08 #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #होली2021 #होलीकेहमजोली #विशेषप्रतियोगिता #kkhkh2021 #कविता #अल्फाज_ए_कृष्णा