फिर लौट आयेगा वो खुशियों का माहौल, ज़रा सब्र का इम्तिहान लेने दे ख़ुदा को, उसकी बारगाह में सर झुकाते रहना, वो ही रहमो-करम का ज़रिया है, अब न जलाना कोई क़ुरान और मस्जिदों को, एक सबक याद रख, आज की इस हाल-ए-वतन का।। -अकबर #क़यामत #का #इत्तेलाअ