दिल का दरिया सुना पड़ा है कोई सवार नहीं कश्ती में मैं खानाबदोश सा घूमता हूँ अक्सर ख़्वाबों की बस्ती में... ♥️ Challenge-571 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।