भाग्य की देवी लक्ष्मी का अवतार है कृष्ण भार्या देवी रुक्मिणी। भगवान कृष्ण की पत्नी और द्वारिका की रानी है देवी रुक्मिणी। लक्ष्मी जी विष्णु की शक्ति और कृष्ण की शक्ति है रुक्मिणी। शक्तिशाली विदर्भ के राजा भीष्मक की पुत्री थी देवी रुक्मिणी। गुण, चरित्र, आकर्षण और महानता में लोकप्रिय थी रुक्मिणी। कृष्ण से प्रेम के कारण विवाह करना चाहती थी देवी रुक्मिणी। भाई रुक्मी ने शिशुपाल से विवाह तय किया विरोधी थीं रुक्मिणी। कृष्ण को प्रेम पत्र लिखकर विवाह का प्रस्ताव भेज बुलायीं रुक्मिणी। गिरजा मंदिर जाने के बहाने से महल के बाहर आई रुक्मिणी। स्वेच्छा से कृष्ण के संग रथ पर सवार हो गई थी देवी रुक्मिणी। रुक्मी व कृष्ण के बीच घमासान युद्ध में रुक्मी की जान बचाई रुक्मिणी। द्वारिका में दोनों का विवाह रचाया गया प्रेम से संग रहे कृष्ण रुक्मिणी। वास्तविक आंतरिक सुंदरता से ओतप्रोत समर्पित पत्नी थी रुक्मिणी। कृष्ण की अति प्रिया और सबसे समझदार पत्नी थी रानी रूक्मिणी। -"Ek Soch" #yqbaba #yqdidi #myquote #openforcollab #collabwithmitali #mahabharat_charitra #krishna_bharya_rukmini Time limit till 10:00pm tonight... No word limit You have to maintain these hashtags Kindly keep the bell icon on to get recent updates... Results will be out tomorrow along with new topic...