〰️〰️〰️ " तेरे मानने न मानने के मायने से दूर हूँ काफ़ी , तेरी ज़ुस्तज़ु से बेशक़ , हुआ मजबूर हूँ काफी । . . तुम ख़ुदा भी नही मानते , क्या मैं तेरा सजदा छोड़ दूँ । ।।✍️ब्रिज।। 〰️〰️〰️ ©shayartera मायने