संस्कारों के डोर से बंधी...रो रही है वो थोड़ा-थोडा़ खुद को खो रही है वो और करूं क्यूं ना मैं इतनी फ़िक्र उसकी कभी मेरा इश्क जो रही है वो.... वादा किया था हर मोड़ पर मेरा साथ निभाने का आज ना चाहते हुए भी .... किसी और की हो रही है वो !! ©Sumit Kumar #sanskariladki #WoLadki #Sumitkumar #HeartBook