इक तरफ़ा महोब्बत से पहले हम भी; शरीफ़ो की महफिल मे शुमार थे... तेरे इंकार-ए-इश्क़ ने हमे उन महफ़िलों का बना दिया जिनके तुम हमेशा खिलाफ़ थे... -कुमार मुकेश✍ महफिल के खिलाफ़त by #kumarMukesh #Diljala_shayar