ज़िंदगी चाहे जितनी भी बार हमको गिराती है ये जिजीविषा ही है जो हर बार हमें, गिर कर भी उठने के लिए उकसाती है मौत के करीब हो गर कोई कभी, जिजीविषा और उग्र हो जाती है ये ही प्रेरणा बन हमें हर मुसीबत से बचाती है नमस्कार लेखकों!🌺 सितंबर के इस माह में हम हमारे लेखकों के लिए ले कर आए हैं "WOTD" यानी "Word Of The Day," जिसके अंतर्गत लेखकों को हर दिन एक नया शब्द/ मुहावरा या वाक्यांश दिया जायेगा जिसका प्रयोग उन्हें अपनी कविता/ लेखन में करना होगा। नियमों की सूची नीचे अनुसार है : 🌻दिए गए शब्द/मुहावरे/वाक्यांश का उपयोग अपने लेखन में प्रयोग किजिये।