इसी मकाँ में कभी, रहती थीं बुलबुलें बेशक़, अब बुलबुले उठते हैं, चिराग़ों से फ़क़त ।। #NKHarit #NitinDilSe आज ये मकान उजड़ गया है। लेकिन कभी ये भी आबाद था। इसमें भी ख़ुशियों की किलकारियां गूँजती थीं। #मकान #collab #yqbaba #nkharit #udasiyan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi