है इश्क़ गर इबादत तो, मेरा महबूब मेरा ख़ुदा होगा। लाख कोशिश कर लो, पर वो न मुझसे जुदा होगा। मेरे इश्क़ की दीवानगी, गर तुम भी देखना चाहो। आना कभी सजदे पे, मरकज़ तो तयशुदा होगा। रोके नहीं रुकेगी अब, ये इश्क़ की परवाज़ है। चाहत में उसकी अब, एक ही कायदा होगा। मुश्किलों से मिला है, मेरा यार मुझको इस तरह। दिल उसी को दे दिया, कुछ तो अब फायदा होगा। उसकी इबादत में यारों, गर एक बार भी मैं चूक गया। सामने मेरी मैय्यत होगी और पास में मयकदा होगा। इबादत (#kkइबादत) 12 अप्रैल 2021 कोरा काग़ज़ Pic Credit :- Pinterest है इश्क़ गर इबादत तो, मेरा महबूब मेरा ख़ुदा होगा। लाख कोशिश कर लो, पर वो न मुझसे जुदा होगा। मेरे इश्क़ की दीवानगी, गर तुम भी देखना चाहो।