शाम ओ सहर फ़क़त इक तुम्हें ही याद करके! जाने क्या मिलता है मुझे ख़ुदको बर्बाद करके ! उस बुतख़ाने में ख़ुदा रहता नहीं है अब जानाँ! कुछ मिलेगा नहीं अब वहाँ पर फ़रियाद करके! #nojotowritings #nojotohindi #ekmatla #eksher #nojotowriters #jaajib #chandanvibes #hindiquotes #sheroshayari #writingheart