खुदा ने मुझे ये अमीरी बख्शी है आफतों की एक तिजोरी बख्शी है.. घुटता ही रहता है पर मरता नहीं ख्वाबों को ऐसी फकीरी बख्शी है.. मिसरा फूटकर कभी शेर नहीं बनता लफ्जों में कुछ कमजोरी बख्शी है.. अंधरों की बेलें पकड़ती नहीं सहर गुनाहों को हद-ए-जमीरी बख्शी है.. #फकीरी #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yq #yqhindi #yqshayari