सुनो मुझे नहीं आती कोई जटिलता न ही आता है शब्दों का समायोजन साहित्य की दृष्टि में मैं नासमझ हूं मगर मुझे आता है तुम्हें समझना और केवल तुम्हें पढ़ना #सीमा_के_अल्फ़ाज़ ©Seema Mahapatra #स्वरचित_हिन्दी_पंक्तियाँ #कल्पना