मेरे हुजरे में काग़ज़ के मोती और स्याही का ज़ोला। वो फिर भी अकेला लडकपन में डोला। दीवानों को आबे नफिल ने यूं तोला। वो हर्फो का सावन, ग़ज़ल बन के बोला। #dharmuvach✍️ #gazal #gazallover #shayari #nazm #yqdidihindi #yqdidi #yqtales #dharmuvach