Mantri Ji हाथ जोड़े सर् झुकाए, माँगते हैं वोट सरकारी खजाने से बांटते हैं तब नोट कसमों का,वादोंका अंबार लगा देते हैं, दुम हिलाते हुए, सब के आगे पिछे नाचते हैं। कुर्सी के लिए ये कुछ भी कर जायेंगे, तुम कहो तो बंदरिया का नाच भी दिखाएंगे कुर्सी की इतनी बड़ी भूख हैं गरीबोंके घर जाकर रोटी भी खाते हैं। किसानो की दुर्दशा पर मगरमछ के आँसू बहाते हैं। मंत्री बनने क लिए हर कुनीति अपनाते हैं, गुंडे मवाली लोगोँ को अपने दल मे रखते हैं। मंत्री बनते ही इनके तेवर बदल जाते हैं , पाँच साल तक स्विस बैंक भरने में लग जाते हैं। इन्हें देश की तरक्की से कोई मतलब नहीं, वक्त आने पर अपने देश को बेच खाते है। इक्का दुक्का मंत्री छोड़ो, बाकी सारे भ्रष्ट हैं, अपनी अपनी तरक्की मे सारे ही व्यस्त हैं। शौचालय और सडकों की लंबी लिस्ट हैं, बड़े बड़े पुलों के नीचे गंदी राजनीति हैं। संत्री के भी लायक नही, वो मंत्री बन जाते हैं, दोष हमारे अज्ञान का हैं, जान बुझ कर अनदेखा कर जाते हैं। अब भी वक्त हैं,संविधान ने दिए हक का इस्तेमाल करो अनपढ़, अपराधी नेताओंको देश निकाला दे दो औकात के हिसाब से हर मंत्री को सही जगह दिखा दो ©Madhubala Jain Rathod हम तुम्हे नोट देंगे, तुम हमें वोट दो #WForWriters #Nojoto #nojotohindi #Trending #Poetry #poetryunpluged #latest #Best #Madhujain PREETI AGGARWAL Anshu writer Drsantosh Tripathi Mukesh Poonia Internet Jockey