बचपन वाली मस्ती अब कहाँ.... भाग-3 वो पिता के कंधों पर मेले की सैर अब कहाँ, और वो लाल चोंच वाला तोता जिसे घुमाने के लिए चाभी की जरूरत होती थी, वो लाल नीली मोटर गाड़ी जो बिना छुए हाथ में एक बटन दबाने से दौड़ने लगती थी, वो मेरा सबसे प्यारा खिलौना अब कहाँ, बचपन वाली मस्ती अब कहाँ, अब तो बस यही सोच कर गुजर रही है, जिन्दगी का आने वाला कल न जाने होगा कहाँ, वो मन चाहा करने की छूट देने वाली आजादी अब कहाँ, वो हमारा सुनहरा बचपन है न जाने अब कहाँ, वो बचपन वाली मस्ती अब कहाँ....!!! #yqdidi #yqbaba #yqtales #forallwriters