रहने देते हैं... रुद्ध वातायन स्मृति के रेशम लाल-लाल आँखों में दृश्य स्यान नीलम से पाँव में पायल रुन-झुन अधीर आवेग इस विवश मन के फिर भी चली आती है आँगन में धूप छन के पर फिर भी जाती नहीं आँचल की सीलन ये धुआँधार झरतें हैं श्रोत द्वय अदृश्य से खोजते हैं गालों पे चिह्न रीते काजल के रहने देते हैं... पीर मन की अव्यक्त ये #toyou #yqlove #yqpangs #yqmemories #yqyouandme #yqhelplessness