एक कोकिला शब्द वृक्ष में, चहक डोल मन धुनि रमाए । अक्षर बोल उठे कविता में, अंतरिक्ष का सार समाए ।। "कोकिला" स्याही का प्रतीक है, "शब्द वृक्ष" अंतर में प्रकट होते भाव हैं "चहक डोल" मन का मंथन है, और जब कविता प्रकट होती है तो मानो जैसे "अनन्त" को पंक्तियों में सम्बद्ध कर दिया हो किसी कवि ने.. जैसे हम.. 😄😄💕💕 #alokstates #कविता #बंधनमुक्त #विचरण #अंतरिक्ष #शिवमन_सुमन #yqdidi #inspiration Collaborating with Suman yadav