किसकी है बात बताता हूँ आओ आओ, समझाता हूँ ।। उनसे ये पहचान नयी है जिनके घर आता जाता हूँ।। कच्ची पक्की बात करूँ क्या सच सच ही सब बतलाता हूँ ।। उनको मिलकर ही ये जाना नाहक ही मैं घबराता हूँ।। अब मन वृंदावन कर बैठा कान्हा की धुन पर गाता हूँ ।। राधा-श्याम,श्याम है राधा छवि में छवि को दिखलाता हूँ ।। किससे लेना किसको देना दोनों से ही कतराता हूँ ।। मन की राज़" मरमगति ऐसी कहता-सुनता-मुसकाता हूँ।। #NojotoQuote कान्हा #nojoto #nojotohindi #razpoems #poems #rajesh #razdar #raz #kanha #sher #shayari