राहें उन राहों की आज भी याद आती है जिन पर हम एक दूसरे से मिलें थे कर रही थी मानो जैसे तेरा ही इन्तज़ार और सामने से आते फिर मुझे तुम दिखे थे। दिल की धड़कने बढ़ने लगी उस को बस में करने का मेरे हाथों में न कोई जोर था। शायद ये मेरे प्यार का मीठा मीठा एहसास था। #scchi mucchi💕