मैं कई शाम ए गम गुजार चुका हूं अपना सबकुछ एक शख्स के पीछे हार चुका था तूने अपनी दुनिया से भी मुझको रिहाई दे दी में तो अपनी दुनिया तुझको मान चुका था एक तेरे जैसे शक्स की खातिर में दोनो जहां बेकरारी बस छान चुका था इतने पर भी नही हुआ मुझको तू मुक्कमल तुझको तो में अपनी राधा मान चुका था #राधाकादीवाना #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yourquotedidi #yourquotebaba #yourquote #राधारानी