तेज़ हवा का बचा हुआ, इक दबा -सा शोर गया हूँ, मैं बच्चा नहीं रहा अब से, कमाऊ मोर हो गया हूँ। कोई छोटू, कोई छोकरा, कोई अबे ओये बुलाता है, कोई अमीरज़ादा आकर के ज़लील कर जाता है, सब सहता हूँ, जबसे घर की रोटी की डोर हो गया हूँ मैं बच्चा नहीं रहा अब से, कमाऊ मोर हो गया हूँ। उम्मीदों की आँखों में, मैं कुछ ख्वाब संजोये रखता हूँ, पूरे करने की कोशिश में मेहनत के बीज बोये रखता हूँ, घुटता हूँ जो दाग लगा, लोग कहते के चोर हो गया हूँ, मैं बच्चा नहीं रहा अब से, कमाऊ मोर हो गया हूँ। कमाऊ मोर हो गया हूँ, #बच्चा_नहीं_रहा #बचपन #बच्चा #Child #13june2k17 #yqbaba #YQdidi #YQPoetry #yqhindi #कमाऊ_मोर #child_labour #Yopowrimo......