प्यार- एक उत्कृष्ट संलयन ••••••••••••••••••••• दिल में जलने लगी है अगन, लगी है तुझसे प्यार की लगन। शुरू करते हैं ये खूबसूरत चलन, जोड़कर आपस में एक अटूट बंधन। कर दूँगी न्योछावर मन और तन, कर ले जो अगर तू मेरा चयन। हो जाते हैं अश्रुपूर्ण मेरे नयन, जब हो जाती हूँ तेरी यादों में मगन। है प्यार एक उत्कृष्ट संलयन, तुझे पाना चाहे मेरा चंचल मन। जब होगा ये स्वप्न मेरा सम्पन्न, बनेंगे गवाह ये ज़मीं और गगन। प्यार- एक उत्कृष्ट संलयन❤️ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° दिल में जलने लगी है अगन, लगी है तुझसे प्यार की लगन। शुरू करते हैं ये खूबसूरत चलन, जोड़कर आपस में एक अटूट बंधन।