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ज़ुल्म की हिमायत के लिए मज़लूम का मज़हब काफी था|| क़ा

ज़ुल्म की हिमायत के लिए मज़लूम का मज़हब काफी था||

क़ातिलों के तर्फदारों ने कहा  मकतूल के जिस्म पर सर ही नहीं था..! 

उल्लू की अध्यक्षता में चमगादड़ों की एक सभा हुई||

तय यह हुआ कि अन्धकार ही परम सत्य है..!


#Pahlu_Khan
#तमाम_क़ातिल_बाइज़्ज़त_बरी #पाक़ीज़ा_इंसाफ 😢 #pahlu_khan
#तमाम_क़ातिल_बेइज़्ज़त_बरी #पाक़ीज़ा_इंसाफ 😢
ज़ुल्म की हिमायत के लिए मज़लूम का मज़हब काफी था||

क़ातिलों के तर्फदारों ने कहा  मकतूल के जिस्म पर सर ही नहीं था..! 

उल्लू की अध्यक्षता में चमगादड़ों की एक सभा हुई||

तय यह हुआ कि अन्धकार ही परम सत्य है..!


#Pahlu_Khan
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