क़्या लिखुँ मै विरह की वेदना या तुम्हारे अथाह प्रेम के राग या लिखुँ हमारे मिलन की वो रात, खैर छोडो, ना प्रेम के राग में हमारे प्रेम के सुर दिखाई देंगे और ना उस मिलन की रात में अथाह प्रेम दिखाई देगा। प्रेम नज़र आएगा हमारे विरह की उस पीड़ा में जब हमारा प्रेम विरह की अग्नि में जलकर कुंदन हो गया था इस विरह की अग्नि से निकर कर ही तो हमारा प्रेम पूर्ण हुआ था और एक सच्चा प्रेम कहलाया था Ig / @kajals.quotes #LoveStory #Nojoto #kajuwrites