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ज़र्रा-ज़र्रा ज़िंदगी संवर जाए जो गुफ़्तगू हो मेरे गमख़

ज़र्रा-ज़र्रा ज़िंदगी संवर जाए
जो गुफ़्तगू हो मेरे गमख़्वार से।
ख़स्तगी के आलम में न पूछिए,
के हम पशेमाँ हैं कितने साल से। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :)

♥️ आज का शब्द है "ख़स्तगी" "KHastagii" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है थकावट, थकन, बेहोशी, शिथिलता एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है exhaustion. अब तक आप अपनी रचनाओं में थकावट शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द ख़स्तगी का प्रयोग कर सकते हैं।

♥️ उदाहरण :-

ये नाला-ओ-ज़ारी ये ख़स्तगी ओ ख़्वारी
जीधर को चलूँ 'जोशिश' हैं सात जुदाई में
ज़र्रा-ज़र्रा ज़िंदगी संवर जाए
जो गुफ़्तगू हो मेरे गमख़्वार से।
ख़स्तगी के आलम में न पूछिए,
के हम पशेमाँ हैं कितने साल से। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :)

♥️ आज का शब्द है "ख़स्तगी" "KHastagii" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है थकावट, थकन, बेहोशी, शिथिलता एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है exhaustion. अब तक आप अपनी रचनाओं में थकावट शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द ख़स्तगी का प्रयोग कर सकते हैं।

♥️ उदाहरण :-

ये नाला-ओ-ज़ारी ये ख़स्तगी ओ ख़्वारी
जीधर को चलूँ 'जोशिश' हैं सात जुदाई में
anitasaini9794

Anita Saini

Bronze Star
New Creator